"तेरी नजर से उतर भी गए तो क्या ll तुझे पाने अगर मर भी गए तो क्या ll यह चाहत हमें आहत कर रही है, तेरे प्यार में सवर भी गए तो क्या ll ये निशान वैसे भी जाने से रहे, गहरे जख्म भर भी गए तो क्या ll अश्कों से शाही स्नान व्यर्थ गया, तेरी बदोलत तर भी गए तो क्या ll हम अब भी तेरे इंतज़ार में बैठे हैं, तुम वादों से मुकर भी गए तो क्या ll"